Sonam Raghuvanshi Confession: राजा हत्याकांड: ‘मैं ही हूं राजा की कातिल’, सोनम रघुवंशी का सनसनीखेज कबूलनामा, हनीमून के बहाने रची गई थी साजिश
नई दिल्ली/शिलांग। इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में अब चौंकाने वाला मोड़ आ चुका है। आरोपी पत्नी सोनम रघुवंशी ने मेघालय पुलिस के समक्ष अपने गुनाह को स्वीकार कर लिया है। पुलिस पूछताछ के दौरान सोनम ने यह साफ कहा, “हां, मैं ही हूं राजा की कातिल।” उसने माना कि यह कोई अचानक हुई घटना नहीं थी, बल्कि पहले से रची गई एक खतरनाक साजिश थी, जिसे उसने अपने प्रेमी और तीन हत्यारों के साथ मिलकर अंजाम दिया।
मेघालय पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन हनीमून’ नाम दिया, क्योंकि सोनम ने राजा को हनीमून पर ले जाने का बहाना बना कर ही इस घातक योजना को क्रियान्वित किया। पूछताछ के दौरान जब पुलिस ने सोनम के सामने पुख्ता सबूत रखे, तो वह टूट गई और अपना गुनाह कुबूल कर लिया।
कैसे रची गई हत्या की साजिश
सोनम और राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। शादी के महज 12 दिन बाद, यानी 23 मई को वे हनीमून पर मेघालय के शिलांग पहुंचे। लेकिन यह यात्रा प्यार की नहीं, बल्कि हत्या की पटकथा के लिए चुनी गई थी। सोनम पहले से ही अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा की हत्या की योजना बना चुकी थी।
पुलिस जांच में यह सामने आया कि सोनम और राज ने तीन पेशेवर हत्यारों को काम पर रखा और राजा को मेघालय के सोहरा इलाके के एक सुनसान झरने के पास ले जाकर उसे धक्का दे दिया। राजा की लाश 2 जून को एक गहरी खाई में मिली, जिससे यह मामला हत्या की ओर साफ इशारा कर रहा था।
इंदौर और गाजीपुर से हुई गिरफ्तारियां
मेघालय पुलिस ने इस बहुचर्चित मामले की जांच तेज की और सोनम, उसके प्रेमी राज कुशवाह और अन्य तीन आरोपियों को इंदौर और गाजीपुर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने साफ किया कि यह अपराध पूरी तरह से सुनियोजित था और सोनम की भूमिका इसमें केंद्रीय थी। एसआईटी टीम ने इस केस में तकनीकी और फोरेंसिक सबूतों के जरिए आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की।
भाई ने मांगी मेघालय से माफी
राजा रघुवंशी के भाई सचिन रघुवंशी ने प्रेस को संबोधित करते हुए मेघालय सरकार से माफी मांगी और कहा कि इस वारदात से राज्य की छवि को ठेस पहुंची है। उन्होंने मेघालय पुलिस और प्रशासन को इस जघन्य अपराध की तह तक पहुंचने के लिए धन्यवाद भी दिया।
मेयर ने जताया दुख
इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने इस मामले को “बेहद दुर्भाग्यपूर्ण” बताया और भरोसा दिलाया कि मेघालय एक सुरक्षित पर्यटन स्थल है। उन्होंने कहा कि यह घटना किसी जगह की सुरक्षा को नहीं, बल्कि इंसानी लालच और छल की सीमा को दर्शाती है।
पुलिस ने रखा ऑपरेशन का नाम ‘हनीमून’
मेघालय पुलिस ने इस केस को ‘ऑपरेशन हनीमून’ नाम दिया क्योंकि इसमें हनीमून को हत्या के लिए ढाल बनाया गया था। पुलिस ने इसे भारत के हाल के वर्षों की सबसे चालाक और धोखेबाज साजिशों में से एक बताया है।
राजा रघुवंशी की मौत ने न सिर्फ एक परिवार को तोड़ दिया, बल्कि यह सवाल भी खड़ा किया कि प्यार के नाम पर कब और कैसे किसी की जान ली जा सकती है। सोनम का यह कबूलनामा उस नकाब को हटाता है, जिसमें एक पत्नी ने पत्नी के रिश्ते की पवित्रता को कलंकित कर दिया।