Sunday, August 3, 2025
spot_img
Homeदिल्ली-एनसीआरPandav Nagar Firing: पूर्वी दिल्ली में कांवड़ यात्रा की तैयारी के बीच...

Pandav Nagar Firing: पूर्वी दिल्ली में कांवड़ यात्रा की तैयारी के बीच पार्किंग विवाद में चली गोली, एक नाबालिग सहित चार आरोपी गिरफ्तार

Pandav Nagar Firing: पूर्वी दिल्ली में कांवड़ यात्रा की तैयारी के बीच पार्किंग विवाद में चली गोली, एक नाबालिग सहित चार आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली के पूर्वी दिल्ली जिले के पांडव नगर थाना क्षेत्र में कांवड़ यात्रा की तैयारियों के बीच एक मामूली सा पार्किंग विवाद हिंसक रूप ले बैठा और बात फायरिंग तक पहुंच गई। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

डीसीपी अभिषेक धनिया के अनुसार, यह घटना 11 जुलाई की रात की है, जब शिकायतकर्ता जितेंद्र उर्फ साहिल अपने भाई सागर और मित्र पियूष के साथ मिलकर हरिद्वार कांवड़ यात्रा की तैयारियों में लगा हुआ था। इसी दौरान बाइक पार्किंग को लेकर मोहल्ले में ही रहने वाले मोहित उर्फ गुच्ची, रोहित उर्फ चिंटू, भुवन उर्फ पॉपू और एक 17 वर्षीय किशोर के साथ उनकी कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि गुस्से में आकर आरोपियों ने जानलेवा हमला कर दिया और फायरिंग कर दी।

घटना की सूचना मिलते ही पांडव नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल से गोली का एक खाली खोल बरामद किया गया। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और विशेष स्टाफ व स्थानीय थाना पुलिस की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है—मोहित उर्फ गुच्ची (24), रोहित उर्फ चिंटू (22), भुवन उर्फ पॉपू (20), तीनों निवासी शशि गार्डन, और एक 17 वर्षीय किशोर। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे भी कांवड़ यात्रा की तैयारी कर रहे थे, और जब शिकायतकर्ता पक्ष ने उनके स्थान पर बाइक खड़ी की तो पहले गालीगलौज हुई और फिर बदले की भावना में आकर उन्होंने फायरिंग की।

जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी मोहित पहले भी एक हत्या के मामले में आरोपी है और वर्तमान में जमानत पर बाहर है। अन्य तीन आरोपी बिल्डिंग मटीरियल से जुड़े व्यवसाय में कार्यरत हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक देशी पिस्तौल और गोली का खाली खोल बरामद किया है।

फिलहाल पुलिस यह भी जांच कर रही है कि अवैध हथियार कहां से आया और आरोपियों की इससे पहले कोई आपराधिक पृष्ठभूमि रही है या नहीं। यह घटना न केवल कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि किस तरह छोटी-छोटी कहासुनी खतरनाक हिंसा में बदल सकती है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments