Healthy Eating India: अब समोसे-जलेबी के साथ दिखेगी कैलोरी की जानकारी: केंद्र सरकार का निर्देश, कैंटीन में लगेगा तेल-शक्कर का बोर्ड
देश में तेजी से बढ़ रहे मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग जैसे गंभीर स्वास्थ्य खतरों को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्देश जारी किया है कि सभी सरकारी दफ्तरों, मंत्रालयों और स्वायत्त संस्थानों की कैंटीनों में बिकने वाले खाद्य पदार्थों के साथ अब उनकी पोषण संबंधी जानकारी देना अनिवार्य होगा। यानी अब समोसे में कितना तेल, जलेबी में कितनी शक्कर और वड़ा पाव में कितनी कैलोरी है, यह जानना लोगों के लिए आसान हो जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि इन खाद्य वस्तुओं की बिक्री पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जा रहा है, लेकिन लोगों को जागरूक करने के लिए कैंटीनों में एक चेतावनी बोर्ड लगाया जाएगा, जिसमें प्रत्येक स्नैक आइटम के तेल, शक्कर और कुल कैलोरी की मात्रा स्पष्ट रूप से दर्शाई जाएगी। इससे लोगों को यह समझने में मदद मिलेगी कि वे जो खा रहे हैं, वह उनके स्वास्थ्य पर कितना असर डाल सकता है।
इस पहल का उद्देश्य केवल जानकारी देना ही नहीं, बल्कि जनता को हेल्दी चॉइस अपनाने के लिए प्रेरित करना भी है। आंकड़ों के अनुसार, देश में मोटापा और मधुमेह के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और इसका एक बड़ा कारण है असंतुलित खानपान और कैलोरी से भरपूर फास्ट फूड का अत्यधिक सेवन।
मंत्रालय ने कहा है कि यह नियम केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों, विभागों और संस्थानों की कैंटीनों पर लागू होगा। यह अभियान निजी संस्थानों और स्कूलों के लिए अभी अनिवार्य नहीं है, लेकिन इसे एक अनुकरणीय मॉडल के रूप में देखा जा रहा है, जिसे आगे चलकर व्यापक स्तर पर लागू किया जा सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है और इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य की दिशा में बड़ा सुधार बताया है। उनका मानना है कि इस तरह की चेतावनियां लोगों को अपने आहार को लेकर सतर्क बनाती हैं और लंबे समय में जीवनशैली रोगों की रोकथाम में मददगार साबित होती हैं।