Delhi: कपिल मिश्रा ने AAP विधायक कुलदीप और पार्टी को बताया राक्षस, कांवड़ सेवा कैंपों को लेकर दिया बड़ा बयान
दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने कांवड़ यात्रा को लेकर एक बड़ा ऐलान करते हुए आम आदमी पार्टी और कोंडली से आप विधायक कुलदीप को आड़े हाथों लिया। कपिल मिश्रा ने कोण्डली पुल के पास एक कांवड़ सेवा कैंप का उद्घाटन किया, जहां उन्होंने आप पर तीखा हमला बोला और इसे “राक्षसी सोच” वाली पार्टी बताया। कार्यक्रम में पटपड़गंज से बीजेपी विधायक रवि नेगी, स्थानीय निगम पार्षद, सामाजिक कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
मीडिया से बातचीत के दौरान कपिल मिश्रा ने कहा कि इस वर्ष दिल्ली में कांवड़ यात्रा के स्वागत के लिए भव्य तैयारियां की गई हैं। पिछले साल जहां राजधानी में 170 कांवड़ कैंप स्थापित किए गए थे, वहीं इस बार यह संख्या बढ़ाकर 374 कर दी गई है। उन्होंने बताया कि हर कांवड़ सेवा कैंप में शुद्ध पेयजल, चिकित्सा सुविधा, विश्राम स्थल और भोजन की व्यवस्था रहेगी। साथ ही दिल्ली सरकार ने इस बार इन सेवाओं के लिए 1 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि जारी की है, ताकि किसी भी कांवड़िए को असुविधा न हो।
कपिल मिश्रा ने कहा कि इस बार दिल्ली की सड़कों और स्वागत द्वारों को खासतौर पर सजाया जा रहा है और कांवड़ यात्रा का स्वागत किसी कुंभ मेले जैसी भव्यता के साथ किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि यह पहली बार है जब दिल्ली में सनातन संस्कृति का ऐसा खुले दिल से सम्मान हो रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग सनातन संस्कृति का अपमान करते हैं, उन्हें जवाब जनता देगी और भगवा ध्वज के नीचे एक नया भारत तैयार हो रहा है।
कार्यक्रम में मौजूद विधायक रवि नेगी ने भी कहा कि यह 27 वर्षों में पहली बार हुआ है जब देश और प्रदेश में सनातन धर्म की सरकार बनी है। उन्होंने गर्व से कहा कि दिल्ली में आज हर गली, हर मोहल्ला भगवा रंग से सजा हुआ है, और यह केवल धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक जागरूकता का प्रतीक है।
इस दौरान कपिल मिश्रा ने आप विधायक कुलदीप को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिनके इरादे सनातन संस्कृति को रोकने के हैं, वे राक्षसों की श्रेणी में आते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी हमेशा से कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजनों को हतोत्साहित करती रही है, लेकिन अब जनता सब समझ चुकी है और उसका समर्थन उन लोगों को मिल रहा है जो संस्कृति और धर्म के साथ खड़े हैं।