Barabanki Accident: बाराबंकी में सावन के तीसरे सोमवार पर बड़ा हादसा, औसानेश्वर महादेव मंदिर में करंट से भगदड़, कई श्रद्धालु घायल, सीएम योगी ने की मुआवज़े की घोषणा
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सावन के तीसरे सोमवार के दिन उस समय भारी अफरा-तफरी मच गई, जब प्राचीन औसानेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़ के बीच एक बड़ा हादसा हो गया। यह हादसा उस भगदड़ की भयावह यादें ताज़ा कर गया, जो एक दिन पहले उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में हुई थी।
बाराबंकी के इस हादसे में, मंदिर परिसर में भारी संख्या में उमड़े शिवभक्तों के बीच तब अचानक भगदड़ मच गई, जब बिजली का एक तार टूटकर मंदिर परिसर में लगे टीन शेड पर गिर पड़ा। इस टीन शेड में करंट उतर आया, जिससे कई श्रद्धालु इसकी चपेट में आ गए। देखते ही देखते अफरा-तफरी मच गई, और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के समय हजारों की संख्या में श्रद्धालु औसानेश्वर महादेव के दर्शन के लिए लाइन में खड़े थे। जैसे ही बिजली का तार गिरा और टीन शेड में करंट दौड़ा, लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। कई लोग वहां गश खाकर गिर पड़े, जबकि कई खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागते नज़र आए। हादसे में डेढ़ दर्जन से अधिक शिवभक्त घायल हो गए, जिन्हें फौरन नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
इस दर्दनाक घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्वरित संज्ञान लिया और जिला प्रशासन को मौके पर जाकर राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की। साथ ही उन्होंने सभी घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का आदेश भी दिया है।
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि इस दुःखद घटना से उन्हें गहरा दुःख पहुंचा है। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सभी घायलों को तत्परता से इलाज मिले और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता दी जाए।
घटना के बाद जिला प्रशासन और बिजली विभाग पर सवाल उठने लगे हैं कि इतने बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम क्यों नहीं किए गए। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश है। वहीं, प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर तार कैसे टूटा और किसकी लापरवाही से यह हादसा हुआ।