Deoghar Accident: देवघर में कांवरियों से भरी बस और ट्रक की टक्कर, 18 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत, प्रशासन जुटा राहत कार्य में
झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ धाम की ओर बढ़ रही श्रद्धालुओं की कांवर यात्रा के दौरान सोमवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसमें अब तक की जानकारी के मुताबिक 18 कांवरियों की जान चली गई और दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह हादसा देवघर-बासुकीनाथ मुख्य पथ पर स्थित जमुनिया चौक के पास हुआ, जहां कांवरियों से भरी एक तेज़ रफ्तार बस और एक ट्रक के बीच भीषण टक्कर हो गई।
हादसे के बाद पूरे इलाके में कोहराम मच गया। चारों ओर चीख-पुकार मच गई और देखते ही देखते घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से फौरन नजदीकी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। गंभीर रूप से घायल कई श्रद्धालुओं की हालत चिंताजनक बताई जा रही है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका बनी हुई है।
देवघर से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “मेरे लोकसभा क्षेत्र देवघर में श्रावण मास के दौरान कांवर यात्रा के समय एक बस और ट्रक की भीषण दुर्घटना में 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। बाबा बैद्यनाथ जी दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति दें।”
घटना की खबर मिलते ही देवघर जिला प्रशासन सक्रिय हुआ और एसडीएम, पुलिस अधिकारी, एंबुलेंस और NDRF की टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंचीं। मौके पर राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। प्रशासन ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया है और यातायात को नियंत्रित किया गया है ताकि एंबुलेंस और राहत कार्यों में किसी तरह की रुकावट न हो।
बताया जा रहा है कि हादसा उस वक्त हुआ जब श्रद्धालु “बोल बम” के जयकारों के साथ बाबा बैद्यनाथ धाम की ओर पदयात्रा कर रहे थे। कुछ श्रद्धालु बस में यात्रा कर रहे थे, जबकि कुछ रास्ते में रुके हुए थे। अचानक सामने से आ रहे ट्रक से तेज़ रफ्तार बस की भिड़ंत हो गई, जिससे बस के परखच्चे उड़ गए और ट्रक के अगले हिस्से को भी भारी नुकसान पहुंचा।
स्थानीय चश्मदीदों का कहना है कि टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कई श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई। कुछ श्रद्धालु बस के नीचे दब गए, जिन्हें निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस और राहतकर्मियों ने क्रेन की मदद से वाहन को हटाकर दबे हुए लोगों को बाहर निकाला।
राज्य सरकार की ओर से अब तक किसी मुआवज़े की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस ने दुर्घटना को लेकर जांच शुरू कर दी है और प्रथम दृष्टया तेज़ रफ्तार तथा लापरवाही को हादसे की वजह माना जा रहा है।