Delhi Crime: कांग्रेस सांसद आर. सुधा से हुई चेन स्नैचिंग की वारदात सुलझी, आदतन अपराधी सोहन रावत गिरफ्तार
दिल्ली के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले वीवीआईपी इलाके चाणक्यपुरी में कांग्रेस की महिला सांसद आर. सुधा के साथ हुई चेन स्नैचिंग की वारदात ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। हालांकि, दिल्ली पुलिस की तेज़ और सघन जांच ने इस सनसनीखेज मामले को सुलझा लिया है। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से छीनी गई सोने की चेन, वारदात में इस्तेमाल की गई स्कूटी और वारदात के वक्त पहने गए कपड़े भी बरामद कर लिए गए हैं।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इस केस की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने 1500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 200 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की। इसके बाद गहन जांच और तकनीकी विश्लेषण के जरिए पुलिस आखिरकार असली आरोपी तक पहुंच सकी।
पुलिस ने आरोपी की पहचान 24 वर्षीय सोहन रावत उर्फ सोनू उर्फ बुग्गू के रूप में की है, जो दिल्ली के ओखला इलाके का रहने वाला है। आश्चर्यजनक रूप से, वह 27 जून को ही जेल से रिहा हुआ था और महज कुछ दिनों बाद ही उसने एक वीवीआईपी इलाके में चेन स्नैचिंग की वारदात को अंजाम दे दिया। पुलिस के अनुसार, सोहन के खिलाफ अब तक विभिन्न थानों में कुल 26 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
दक्षिण रेंज के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त एस.के. जैन ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि आरोपी बेहद चालाकी से वारदात के बाद छिपता फिर रहा था। प्रारंभ में उसने अपना फर्जी पता हरकेश नगर, ओखला इंडस्ट्रियल एरिया में बताया। जब पुलिस टीम वहां पहुंची तो पाया कि वह जगह निर्माणाधीन है और वहां कोई नहीं रहता। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने आखिरकार अपना सही ठिकाना बताया, जिसके बाद उसे धर दबोचा गया।
पुलिस ने उसके पास से 30.90 ग्राम वजन की सोने की चेन बरामद की है, जिसे उसने झपटमारी कर कांग्रेस सांसद आर. सुधा से छीना था। इसके अलावा चार चोरी के मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल भी उसकी गिरफ्त से बरामद की गई है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी सोहन रावत एक आदतन अपराधी है और उस पर अमर कॉलोनी, आरके पुरम, लाजपत नगर, कालकाजी, हौज खास, मंडावली, डिफेंस कॉलोनी, साकेत समेत दिल्ली के कई थानों में आईपीसी की धारा 356, 379, 392, 411, 34 के अलावा आर्म्स एक्ट व बीएनएस के तहत गंभीर मामले दर्ज हैं।
इस सफलता पर दक्षिण जिला के डीसीपी अंकित चौहान, नई दिल्ली जिले के डीसीपी देवेश कुमार मेहला और दक्षिण-पश्चिम जिले की एडीसीपी ऐश्वर्या सिंह ने संयुक्त रूप से टीम को बधाई दी और कहा कि यह ऑपरेशन एक मिसाल है कि कैसे पुलिस तकनीक और मेहनत के ज़रिए संगीन मामलों को सुलझाने में पूरी क्षमता से काम करती है।
इस केस ने यह भी साबित किया कि चाहे अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के लंबे हाथ से बचना मुश्किल है। वहीं दिल्ली पुलिस की तेज कार्रवाई से वीवीआईपी सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवालों का भी जवाब मिला है।