Ayodhya Cylinder Blast: अयोध्या में सिलेंडर ब्लास्ट से मकान ढहा, 5 की मौत
अयोध्या जिले के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के पगला भारी गांव में बुधवार देर रात एक भीषण हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। एक घर में अचानक जोरदार धमाका हुआ और देखते ही देखते पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया। इस हादसे में अब तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के घरों और दुकानों की खिड़कियां तक हिल गईं और कई जगह दीवारों में दरारें आ गईं। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंच गईं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा है और मलबे में फंसे लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं। घायलों को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाके से पहले गैस की तेज गंध आ रही थी, जिससे संभावना जताई जा रही है कि गैस लीक होने के कारण यह हादसा हुआ। अयोध्या के सीओ देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि घर में घरेलू गैस सिलेंडर के फटने से यह विस्फोट हुआ। उन्होंने कहा कि इस घटना में पांच लोगों की मौत हो चुकी है और रेस्क्यू टीम पूरी सतर्कता के साथ काम कर रही है। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि घर पूरी तरह ढह गया, जिससे बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं।
एडीजी जोन लखनऊ सुजीत पांडेय ने बताया कि जांच में अब तक किसी पटाखा या विस्फोटक पदार्थ के इस्तेमाल के संकेत नहीं मिले हैं। संभावना है कि धमाका सिलेंडर या कुकर फटने से हुआ हो। घटनास्थल से विस्फोटक पदार्थों के कोई अवशेष नहीं मिले हैं। फिलहाल बीडीएस (बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वॉड) और एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम मौके पर जांच में जुटी हुई हैं।
इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है। स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि गैस सिलेंडर आपूर्ति की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है और मलबे से शवों और घायलों को निकालने के लिए जेसीबी और अन्य उपकरणों की मदद ली जा रही है। प्रशासन ने कहा है कि घटना की पूरी जांच के बाद जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।



