Cyber crime: शाहदरा साइबर पुलिस ने वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ₹55,100 की ऑनलाइन ठगी का किया पर्दाफाश, पंजाब से आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली, 13 अक्टूबर — शाहदरा जिले की साइबर पुलिस ने वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का सफल पर्दाफाश करते हुए पंजाब से एक आरोपी को गिरफ्तार किया और पीड़ित से धोखाधड़ी कर लिए गए कुल ₹55,100 की रकम के सिलसिले में जांच तेज कर दी है। शिकायतकर्ता संगम यादव, निवासी विश्वकर्मा नगर, शाहदरा ने बताया कि उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वर्क फ्रॉम होम जॉब विज्ञापन देखा और दिए गए लिंक पर क्लिक करने पर वे एक टेलीग्राम ग्रुप AARAVI (Receptionist) से जुड़े, जहाँ एक महिला ने खुद को VIMERSE कंपनी की कर्मचारी बता कर विश्वसनीयता बनाई। शुरुआत में पीड़ित को छोटे-छोटे टास्क और मामूली भुगतान (₹150) दिखाकर भरोसा जीत लिया गया, इसके बाद लगातार नए-नए टास्क और निवेश के बहाने पीड़ित से UPI के माध्यम से कुल ₹55,100 जमा करवा लिए गए।
जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगने की कोशिश की तो ग्रुप के सदस्यों ने और पैसे जमा करने के लिए दबाव डाला, तब संगम को धोखाधड़ी का एहसास हुआ और उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत मिलने पर FIR BNS के तहत दर्ज की गई और SHO साइबर थाना विजय कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें इंस्पेक्टर श्वेता शर्मा, ASI राजदीप, HC जावेद, HC दीपक, HC नरेंद्र और कांस्टेबल रंजीत शामिल थे। टीम ने डिजिटल ट्रैसेज़, सीडीआर व लोकेशन एनालिसिस करत्रुटि नहीं की और पता चला कि ₹29,500 की राशि लुधियाना के जगराों स्थित एक पेट्रोल पंप से निकाली गई थी; इन सुरागों के आधार पर जांच आगे बढ़ाते हुए सुखप्रीत सिंह नामक आरोपी को पकड़ लिया गया।
पूछताछ में सुखप्रीत ने स्वीकार किया कि वह m.singh.162@superyes नामक टेलीग्राम ग्रुप का सक्रिय सदस्य था और ग्रुप के भीतर USDT क्रिप्टोकरेंसी को सस्ते दाम पर खरीद कर महंगे दाम पर बेचने का काम करता था; पुलिस के अनुसार उसे अच्छे से पता था कि जिन रुपएों के बदले वह USDT ले रहा है वे ज्यादातर ठगी से प्राप्त हैं, इसलिए वह अलग-अलग खातों का उपयोग कर पैसे निकालता और कुछ रकम ATM या पेट्रोल पंप से स्वैप कर देता था। कार्रवाई में पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 03 मोबाइल फोन, 06 सिम कार्ड और 12 एटीएम कार्ड बरामद किए, जिनकी फोरेंसिक जांच चल रही है। आरोपी सुखप्रीत सिंह (25 वर्ष), आठवीं कक्षा उत्तीर्ण और निवासी अगवार पोना, थाना जगराों, जिला लुधियाना, पंजाब को 2 दिन की पुलिस रिमांड के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि ठगी की रकम कम से कम तीन अन्य खातों में भी ट्रांसफर की गई थी और उन खातों की पड़ताल जारी है ताकि सम्पूर्ण नेटवर्क का पता लगाया जा सके और अन्य संलिप्तों को भी पकड़ा जा सके। साइबर थाना ने नागरिकों से चेतावनी दी है कि टेलीग्राम, व्हाट्सऐप व इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर आने वाले वर्क फ्रॉम होम के विज्ञापनों और अजनबियों द्वारा भेजे गए निवेश-लिंक पर सावधानी बरतें; पहले छोटे-छोटे भुगतान कर भरोसा दिलाना, फिर बड़े निवेश के लिए प्रेरित करना और पैसे निकालने पर अतिरिक्त चार्ज व नए निवेश के लिए दबाव डालना—यह ठगों का आम तरीका (Modus Operandi) है।
पुलिस ने कहा कि लोग किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन ऑफर, अनाम ग्रुप या ऐसे अकाउंट्स की सूचना तुरंत साइबर थाना को दें ताकि और परीक्षाएँ रोकी जा सकें और संभावित पीड़ितों को बचाया जा सके। मामले की आगे की विस्तृत जांच और डिजिटल ट्रेसिंग जारी है।



