Delhi Crime Branch: WR-II / क्राइम ब्रांच दिल्ली की बड़ी कार्रवाई, 2017 मातृहत्या मामले का फरार आरोपी नेपाल सीमा से गिरफ्तार
दिल्ली क्राइम ब्रांच की WR-II टीम ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल करते हुए 2017 के सनसनीखेज मातृहत्या मामले के घोषित अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी 2020 में अदालत से मिली अंतरिम ज़मानत के बाद फरार हो गया था और बीते कई वर्षों से कानून की पकड़ से बचने के लिए नेपाल भागकर रह रहा था। लंबे समय तक उसकी कोई लोकेशन नहीं मिली, जिसके बाद अदालत ने उसे Proclaimed Offender घोषित कर दिया था।
क्राइम ब्रांच ने तकनीकी निगरानी और लगातार सर्विलांस के आधार पर आरोपी की गतिविधियों को ट्रेस किया और पता लगाया कि वह भारत-नेपाल सीमा के आसपास आवाजाही कर रहा है। इसके बाद एक योजनाबद्ध ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें टीम ने नौतन रोड, सोनौली (उत्तर प्रदेश) में आरोपी को दबोच लिया। गिरफ्तारी स्थल नेपाल सीमा से बेहद निकट है, जिसके कारण टीम ने बेहद सतर्कता और रणनीति के साथ कार्रवाई को अंजाम दिया।
जानकारी के अनुसार, आरोपी ने नेपाल में शरण लेकर खुद को पहचान से छिपा रखा था और कई बार लोकेशन बदलता रहता था, ताकि पुलिस उसे पकड़ न सके। लेकिन तकनीकी विश्लेषण, लगातार खुफिया जानकारी और पुलिस टीम की सक्रियता के चलते उसकी गतिविधियों को सीमित दायरे में ट्रैक किया गया और अंततः उसे गिरफ्तार किया जा सका।
पूरी कार्रवाई इंस्पेक्टर गौतम मालिक के नेतृत्व में आयोजित की गई। यह ऑपरेशन एसीपी राजपाल डबास के मार्गदर्शन और डीसीपी श्री हर्ष इंदोरा की समग्र देखरेख में सफलतापूर्वक पूरा हुआ। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि फरार और घोषित अपराधियों के खिलाफ शून्य सहनशीलता नीति के तहत लगातार अभियान चलाया जा रहा है और कोई भी आरोपी कानून से बच नहीं पाएगा।
यह गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच की दृढ़ कार्यप्रणाली, संवेदनशील जांच और आधुनिक तकनीकी निगरानी के महत्व को दर्शाती है। पुलिस अब आरोपी को अदालत में पेश करेगी और मामले की आगे की कानूनी कार्रवाई तेज की जाएगी। इस ऑपरेशन के बाद स्थानीय और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय और ट्रैकिंग तकनीक की भूमिका पर भी चर्चा बढ़ गई है। दिल्ली क्राइम ब्रांच का संदेश स्पष्ट है—कानून से भागना संभव नहीं, और न्याय से कोई भी अपराधी बच नहीं सकता।



