Sangam Vihar Murder: दिल्ली के संगम विहार में लॉ स्टूडेंट की चाचा ने चाकू से हत्या, परिवार में गहरा सदमा
दिल्ली के संगम विहार इलाके में एक घरेलू विवाद ने जानलेवा रूप ले लिया। घर के बाहर सफाई को लेकर शुरू हुए झगड़े में एक युवक को उसके ही चाचा ने चाकू मारकर मौत के घाट उतार दिया। मृतक की पहचान 27 वर्षीय मोहम्मद इरशाद के रूप में हुई, जो दिल्ली विश्वविद्यालय में एलएलबी के प्रथम वर्ष का छात्र था।
पुलिस के अनुसार घटना उस समय हुई जब इरशाद अपने घर के बाहर सफाई कर रहा था। इसी दौरान उसके चाचा मुबारक से कहासुनी शुरू हो गई, जो कुछ ही देर में विवाद में बदल गई। पुलिस को दिए बयान में मृतक की बहन ने बताया कि झगड़े के दौरान मुबारक की पत्नी रिहाना खातून, बड़ा बेटा इश्तियाक और 15 वर्षीय नाबालिग बेटा भी मौके पर पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने मिलकर इरशाद को पीटना शुरू कर दिया और इसी दौरान चाचा ने चाकू से उस पर कई वार किए।
गंभीर रूप से घायल इरशाद को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद नेब सराय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। मृतक की बहन की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने चाचा की पत्नी रिहाना और नाबालिग बेटे को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल चाकू बरामद किया है। मुख्य आरोपी मुबारक और उसका बड़ा बेटा इश्तियाक फिलहाल फरार हैं। पुलिस उनके गिरफ्तारी के लिए इलाके में छापेमारी कर रही है।
पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि मृतक इरशाद दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई कर रहा था और परिवार के साथ एल-1 संगम विहार में रहता था। इस घटना ने परिवार में गहरा सदमा पैदा कर दिया है। वहीं, इलाके में भी तनाव का माहौल है और पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की है।
पड़ोसियों के अनुसार यह परिवार पहले से ही अपने झगड़ों को लेकर विवादों में रहता था, लेकिन इस बार का झगड़ा इतनी बड़ी हिंसा में बदल गया कि पूरा मोहल्ला स्तब्ध रह गया। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि फरार आरोपी जल्द गिरफ्तार कर उन्हें कानून के हवाले किया जाएगा।
यह दुखद घटना न केवल एक युवा छात्र के जीवन को छीन लेती है बल्कि समाज में घरेलू हिंसा और पारिवारिक कलह के गंभीर परिणामों की ओर भी ध्यान खींचती है।



