Delhi: दिल्ली सीमापुरी में चरस-गांजा और स्मैक का खुला बाजार, विरोध करने पर युवक की हत्या, इलाके में आक्रोश और प्रदर्शन
दिल्ली की सीमापुरी झुग्गियों में नशे और अपराध का गंदा खेल अब बेकाबू होता जा रहा है। स्मैक, चरस, गांजा और सट्टे का खुला कारोबार राजधानी के एक इलाके में पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे बेरोकटोक चल रहा है, और अब इस गैरकानूनी धंधे का विरोध करने वाले 22 वर्षीय युवक नफीस को अपनी जान गंवानी पड़ी।
न्यू सीमापुरी की बांग्ला बस्ती में कल देर रात एक विवाद के दौरान नफीस की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि यह विवाद इलाके में चल रहे नशीले पदार्थों की बिक्री और लेन-देन से जुड़ा था। नफीस लंबे समय से इन माफियाओं के खिलाफ आवाज उठा रहा था और वीडियो बनाकर पुलिस को भेज चुका था। उसने DCP, ACP और SHO तक को शिकायतें की थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
घटना के बाद स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। आज बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और सीमापुरी पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। लोगों का कहना है कि वर्षों से इलाके में नशे का अवैध धंधा चल रहा है, लेकिन पुलिस ने जानबूझकर आंखें मूंद रखी हैं। नशे के सौदागर न सिर्फ नशा बेच रहे हैं बल्कि अब विरोध करने वालों की खुलेआम हत्या भी कर रहे हैं।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने कई बार वीडियो और सबूत पुलिस को सौंपे, जिसमें साफ दिखाई दे रहा था कि कैसे नशे का कारोबार झुग्गियों में खुलेआम चल रहा है। इसके बावजूद कोई FIR तक दर्ज नहीं की गई, और आज उसी लापरवाही की कीमत नफीस जैसे ईमानदार नागरिक को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी है।
इलाके में तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। फिलहाल कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि हुई है, लेकिन प्रशासनिक ढिलाई पर सवाल उठ रहे हैं।