Delhi Police: तीन साल से लापता 13 वर्षीय बच्चा सकुशल मिला, शाहदरा की फर्श बाजार पुलिस ने पेश की मिसाल
दिल्ली के शाहदरा जिले की फर्श बाजार पुलिस ने एक ऐसा कार्य किया है जो न केवल सराहनीय है बल्कि पुलिस और आम जनता के बीच भरोसे को भी और मज़बूत करता है। तीन साल पहले लापता हुआ एक 13 वर्षीय बच्चा, जिसे सभी ने खोया हुआ मान लिया था, उसे पुलिस ने अथक प्रयासों के बाद सकुशल खोज निकाला और उसके माता-पिता से मिलवा दिया। यह घटना न केवल पुलिस की कर्तव्यनिष्ठा का उदाहरण है, बल्कि तकनीक और मानवीय संवेदना के तालमेल से कैसे चमत्कार संभव हैं, इसका भी सजीव प्रमाण है।
यह मामला जनवरी 2023 का है, जब शंकर शाह नामक 13 वर्षीय लड़का अचानक घर से लापता हो गया था। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और इसे अपहरण का मामला मानते हुए गंभीरता से जांच शुरू की गई। जांच की जिम्मेदारी एएसआई नफीस मोहम्मद और एचसी लव कुश को सौंपी गई, जिन्होंने इस मामले को व्यक्तिगत चुनौती की तरह लिया। बच्चे की तलाश में पुलिस टीम ने कोई कसर नहीं छोड़ी। देशभर के थानों में सूचनाएं भेजी गईं, सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, दूरदर्शन, समाचार पत्रों और सोशल मीडिया का सहारा लिया गया। हर संभावित सुराग का पीछा किया गया, लेकिन बच्चा कहीं नहीं मिला।
आखिरकार, 20 मई 2025 को एक दिन बच्चे के पिता को एक अनजान नंबर से कॉल आई। यह कॉल एक उम्मीद की किरण साबित हुई। पुलिस ने तुरंत उस नंबर की लोकेशन ट्रैक की और पता चला कि यह कॉल उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के फेरु माजरा गांव से की गई थी। 12 जून 2025 को फर्श बाजार पुलिस की टीम वहां पहुंची और बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
पूछताछ में बच्चे ने बताया कि वह किसी बात पर डांट खाने के डर से घर से भाग गया था और आनंद विहार रेलवे स्टेशन से किसी भी पहली उपलब्ध ट्रेन में सवार हो गया था। ट्रेन उसे सहारनपुर ले गई, जहां वह पिछले तीन सालों से एक ढाबे पर काम कर रहा था और वहीं रह रहा था। 13 जून 2025 को पुलिस ने शंकर को उसके माता-पिता से मिलवा दिया। यह पल बेहद भावुक और सुकूनभरा था। तीन साल बाद अपने बेटे को देख माता-पिता की आंखों में आंसू थे, और पुलिसकर्मियों की आंखों में संतोष।
फर्श बाजार थाना पुलिस की यह सफलता न केवल एक बच्चे को उसके परिवार से मिलाने की कहानी है, बल्कि यह दिखाती है कि पुलिस केवल अपराधियों को पकड़ने वाली संस्था नहीं, बल्कि समाज के सबसे नाजुक रिश्तों को जोड़ने का माध्यम भी है। इस नेक कार्य के लिए एएसआई नफीस मोहम्मद, एचसी लव कुश और पूरी टीम प्रशंसा की पात्र है।