Air India Crash: ड्रीमलाइनर दुर्घटना की जांच तेज़: ब्लैक बॉक्स बरामद, डिकोडिंग शुरू, मंत्री नायडू ने दी विस्तृत जानकारी
नई दिल्ली: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने शनिवार को पुष्टि की कि अहमदाबाद से लंदन जा रहे एअर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान की दुर्घटना के बाद उसका ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है और उसकी डिकोडिंग प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ब्लैक बॉक्स में मौजूद डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) की मदद से दुर्घटना के कारणों की गहन जांच की जा रही है।
डिजिटल लैब में जांच
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, ब्लैक बॉक्स को दिल्ली स्थित विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की हाईटेक प्रयोगशाला में लाया गया है। यह अत्याधुनिक ‘ब्लैक बॉक्स लैब’, जो हाल ही में 9 करोड़ रूपये की लागत से स्थापित हुई है, देश में पहली बार इस स्तर की जांच सुविधा प्रदान कर रही है। इस लैब का यह पहला बड़ा परीक्षण माना जा रहा है।
उच्च स्तरीय जांच समिति गठित
मंत्री नायडू ने बताया कि दुर्घटना की स्वतंत्र जांच के लिए गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है। इस समिति में नागरिक उड्डयन मंत्रालय, गृह मंत्रालय, गुजरात सरकार, पुलिस, आपदा प्रबंधन, वायुसेना, डीजीसीए, बीसीएएस और फॉरेंसिक विशेषज्ञों सहित कई उच्चाधिकारी शामिल किए गए हैं। यह समिति तीन महीने में रिपोर्ट देगी और सोमवार को अपनी पहली बैठक करेगी।
दुर्घटना का विवरण
नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने बताया कि यह विमान AI C171 अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए रवाना हुआ था। विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री, दो पायलट और 10 क्रू मेंबर थे। विमान ने 1:39 बजे उड़ान भरी, लेकिन उड़ान भरते ही कुछ सेकंड में 650 फीट की ऊंचाई से गिरने लगा। एक मिनट के अंदर पायलट ने आपात स्थिति घोषित की, लेकिन संपर्क टूटने के बाद विमान महज दो किलोमीटर दूर मेघानीनगर के मेडिकल हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
पायलटों का रिकॉर्ड और तत्काल प्रतिक्रिया
पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर कैप्टन क्लाइव सुंदर की पूर्व उड़ानों में कोई समस्या नहीं आई थी। हादसे के बाद आपातकालीन प्रोटोकॉल तुरंत सक्रिय किए गए, रनवे दोपहर 2:30 बजे बंद कर दिया गया और 5:00 बजे पुनः शुरू किया गया। शाम 6 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था।
एएआईबी और डीजीसीए की कार्रवाई
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने कुछ घंटों के भीतर पांच सदस्यीय टीम भेजी। बाद में फोरेंसिक और मेडिकल विशेषज्ञों को भी जोड़ा गया। DGCA ने सभी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की गहन जांच के आदेश दिए हैं। अब तक आठ विमानों की जांच की जा चुकी है।
डीएनए परीक्षण से शवों की पहचान
नायडू ने बताया कि शवों की पहचान डीएनए जांच से की जा रही है और पुष्टि के बाद उन्हें परिजनों को सौंपा जाएगा।
मंत्री की भावुक प्रतिक्रिया
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री नायडू भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “मैंने अपने पिता को सड़क दुर्घटना में खोया है, इसलिए इस दर्द को थोड़ा समझ सकता हूं।”