Gujarat Earthquake: गुजरात के गिर सोमनाथ में रात के सन्नाटे को तोड़ते भूकंप के झटके, लोग डर से घरों से भागे बाहर
गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में रविवार रात अचानक धरती हिलने लगी, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। रात 9:15 बजे आए भूकंप के झटकों ने लोगों को नींद से जगा दिया और डर के मारे बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकल आए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई, जबकि इसकी गहराई 5 किलोमीटर दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र स्थल तालाला से लगभग 19 किलोमीटर दूर स्थित था।
गिर सोमनाथ के तालाला क्षेत्र और इसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में झटके साफ तौर पर महसूस किए गए। रिपोर्टों के अनुसार, कोडिनार तालुका के कई गांवों में भी कंपन दर्ज किया गया। अचानक महसूस हुए इन झटकों ने स्थानीय निवासियों को डरा दिया। कई लोग जो अपने घरों में रात का भोजन कर रहे थे या सोने की तैयारी में थे, वह घबराकर बाहर की ओर दौड़ पड़े। कुछ लोग खुले मैदानों में पहुंचे तो कुछ ने मंदिरों और सामुदायिक स्थलों पर शरण ली।
हालांकि अब तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है, लेकिन इलाके में अस्थायी दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और आपदा प्रबंधन टीमें सतर्क कर दी गई हैं। भूकंप विज्ञानियों के मुताबिक इस तीव्रता का भूकंप मामूली होता है, लेकिन जब इसका केंद्र अधिक गहराई पर न हो, तो झटके अधिक तीव्रता से महसूस होते हैं।
जानकारों के अनुसार, 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को ‘माइनर’ श्रेणी में रखा जाता है, जिन्हें आमतौर पर महसूस नहीं किया जा सकता। लेकिन 3.0 से ऊपर के झटके, विशेष रूप से यदि वे सतही हों और आबादी वाले क्षेत्र में आएं, तो लोगों को स्पष्ट रूप से महसूस होते हैं। हर दिन दुनिया भर में हजारों माइनर भूकंप आते हैं, लेकिन ऐसे झटके जो जनमानस को प्रभावित करें, कम ही देखने को मिलते हैं।
गिर सोमनाथ में भूकंप का यह अनुभव यह दर्शाता है कि प्राकृतिक आपदाएं कितनी अचानक और अप्रत्याशित हो सकती हैं। भले ही नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन यह घटना लोगों को जागरूक रहने और आपदा प्रबंधन के प्रति सचेत रहने का संदेश जरूर देती है।