Gopalpur Gangrape Case: गोपालपुर बीच गैंगरेप कांड: प्रेमी के सामने युवती से दरिंदगी, चार नाबालिगों समेत 10 आरोपी गिरफ्तार
ओडिशा के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गोपालपुर बीच पर एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना ने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मंगलवार को चार नाबालिगों समेत कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह जघन्य अपराध रविवार रात को उस समय हुआ जब पीड़िता अपने प्रेमी के साथ ‘राजा उत्सव’ के मौके पर बीच पर घूमने गई थी।
घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, जब पीड़िता और उसका सहपाठी प्रेमी एक सुनसान इलाके में बैठे थे, तभी 10 युवकों का एक झुंड उनके पास पहुंचा। उन्होंने पहले प्रेमी को काबू में कर उसके हाथ-पैर बांध दिए और फिर बारी-बारी से युवती से बलात्कार किया। पीड़िता ने थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में बताया कि वारदात के समय प्रेमी पूरी तरह असहाय था और आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी।
तीन ने किया बलात्कार, सात रहे ‘गार्ड’
गंजाम जिले के एसपी सरवण विवेक एम ने बताया कि तीन युवकों ने बारी-बारी से बलात्कार किया जबकि बाकी सात ने उन्हें सुरक्षा दी ताकि कोई वहां न आ सके और अपराध बेधड़क अंजाम दिया जा सके। एसपी ने यह भी बताया कि अपराध के बाद आरोपी घटनास्थल से भागने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें राज्य की सीमा पार करने से पहले ही धर दबोचा गया।
नाबालिगों को वयस्क मानकर ट्रायल की मांग
पुलिस ने अदालत से आग्रह किया है कि चारों नाबालिग आरोपियों को भी वयस्क मानकर ट्रायल किया जाए, क्योंकि यह अपराध “अत्यंत जघन्य” श्रेणी में आता है। पीड़िता की मेडिकल जांच पूरी कर ली गई है और सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है। विशेष जांच दल (SIT) गठित कर दिया गया है जो सभी पहलुओं की गहराई से जांच करेगा।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज
यह घटना सामने आने के बाद पूरे राज्य में आक्रोश है। विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने इसे “बेहद चौंकाने वाला और अमानवीय अपराध” करार देते हुए राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, “गोपालपुर जैसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल पर इस प्रकार की घटना ओडिशा की छवि को धूमिल करती है और सरकार की विफलता का प्रतीक है।”
कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने कहा, “यह सिर्फ एक अपराध नहीं है, बल्कि राज्य की ध्वस्त कानून व्यवस्था का खौफनाक प्रतिबिंब है। एक महिला होने के नाते मैं चुप नहीं रह सकती। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए।”
सरकार की प्रतिक्रिया
ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रावती परिदा ने कहा कि उन्होंने स्वयं एसपी से बात कर जांच की प्रगति जानी है। उन्होंने निर्देश दिया है कि मामले में कठोरतम कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं, इसके लिए सभी पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा कड़ी की जाए।
निष्कर्ष
यह घटना केवल एक महिला के साथ हुई दरिंदगी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा, महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण और त्वरित न्याय की जरूरत को यह मामला फिर उजागर करता है।