Himachal Flood: धर्मशाला में अचानक आई बाढ़ से मची तबाही, 2 की मौत, कई लापता
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में मनूनी नदी के पास अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। इस भीषण आपदा में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 6 से अधिक लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्यों के लिए NDRF की टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं और व्यापक सर्च ऑपरेशन जारी है।
NDRF अधिकारी दीपक बिष्ट ने जानकारी दी कि कुल्लू क्षेत्र में भी इसी प्रकार की स्थिति सामने आई है, जहां कम से कम तीन लोगों के लापता होने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा, “हमारी टीम पूरी तरह से सुसज्जित है और लगातार तलाशी अभियान चला रही है। प्राथमिकता लापता लोगों को ढूंढना और मौके पर तत्काल सहायता पहुंचाना है।”
वहीं, धर्मशाला के स्थानीय भाजपा विधायक सुधीर शर्मा ने प्रशासन और सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह त्रासदी पूरी तरह से रोकी जा सकती थी अगर समय रहते चेतावनी और रोकथाम के उपाय किए गए होते। उन्होंने बताया, “गांव वालों ने मुझे फोन कर बताया कि भारी पानी आया है और 15-20 लोग बह गए हैं। हालांकि आधिकारिक आंकड़े कुछ और कह रहे हैं, लेकिन स्थानीय स्थिति बेहद भयावह है।”
सुधीर शर्मा ने इस आपदा के पीछे अवैध खनन और पोर्टेबल क्रशरों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने दावा किया कि जिस इलाके में भारी बाढ़ आई है, वहां पहले से खनन गतिविधियां चल रही थीं और मानसून के दौरान अत्यधिक संवेदनशील इलाकों में इस तरह की परियोजनाओं की अनुमति देना जानलेवा साबित हो सकता है। उन्होंने कहा, “हमने कई बार सरकार और प्रशासन को चेताया था, वीडियो सबूत भी उपलब्ध हैं, लेकिन गंभीरता से नहीं लिया गया। अब इसकी कीमत निर्दोष ग्रामीणों को चुकानी पड़ रही है।”
विधायक ने पीड़ित परिवारों के लिए उचित मुआवजे की मांग करते हुए कहा कि सरकार को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए और अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो। फिलहाल NDRF, जिला प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवक राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। तेज बारिश के चलते हालात और भी मुश्किल बनते जा रहे हैं। प्रशासन ने आसपास के गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों से नदियों के किनारे न जाने की अपील की गई है।