Axiom-4 Space Mission: भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों में नया अध्याय, शुभांशु शुक्ला Axiom-4 मिशन के साथ अंतरिक्ष रवाना
भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्रियों के साथ Axiom-4 मिशन पर रवाना हो चुके हैं। उन्हें लेकर SpaceX का फाल्कन 9 रॉकेट अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। यह मिशन भारत, हंगरी और पोलैंड के लिए मानव अंतरिक्ष अभियानों में एक ऐतिहासिक वापसी का प्रतीक बन गया है।
इस रॉकेट के ऊपरी हिस्से यानी नोज सेक्शन में SpaceX का अत्याधुनिक अंतरिक्ष यान ड्रैगन मौजूद है, जिसमें चारों अंतरिक्ष यात्री सवार हैं। लॉन्चिंग के बाद यह मिशन लगभग 28 घंटे की यात्रा पर है और गुरुवार, 26 जून को शाम 4:30 बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर डॉक करेगा।
इस मिशन की खास बात यह है कि शुभांशु शुक्ला, भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के प्रतिनिधि के रूप में मिशन में शामिल हैं और पायलट की भूमिका निभा रहे हैं। वह भारत के दूसरे नागरिक बन गए हैं जो अंतरिक्ष में गए हैं — उनसे पहले यह गौरव केवल राकेश शर्मा को 1984 में मिला था। लेकिन यह पहला मौका होगा जब कोई भारतीय ISS पर कदम रखेगा, जो भारत के लिए गर्व का विषय है।
मिशन का नेतृत्व कर रही हैं नासा की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन, जो अमेरिका की सबसे अनुभवी महिला अंतरिक्ष यात्री मानी जाती हैं। उनके साथ पोलैंड से ईएसए अंतरिक्ष यात्री स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी से टिबोर कापू भी इस मिशन में स्पेशलिस्ट की भूमिका में शामिल हुए हैं।