Delhi: कांवड़ यात्रा के लिए पूर्वी दिल्ली में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त, DCP ने बताए खास इंतजाम
हरिद्वार से जल लेकर आने वाले लाखों कांवड़ यात्रियों के लिए दिल्ली प्रवेश का सबसे अहम और संवेदनशील क्षेत्र पूर्वी दिल्ली को माना जा रहा है। इसी क्षेत्र से कांवड़िए दिल्ली में दाखिल होकर विभिन्न राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के अन्य हिस्सों की ओर बढ़ते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने इस वर्ष सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए विशेष और व्यापक इंतजाम किए हैं।
पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (DCP) अभिषेक धनिया ने बताया कि कांवड़ यात्रा को सुचारु और सुरक्षित बनाए रखने के लिए पुलिस ने तीन प्रमुख रूटों को चिन्हित किया है — एनएच-9, विकास मार्ग और हिंडन कैनाल रोड। इन सभी मार्गों पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
इस दौरान जिले में कुल 21 शिविरों की अनुमति दी गई है, जिनमें से 4 शिविरों का उद्घाटन पहले ही हो चुका है। शेष शिविरों का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। सभी शिविरों की नियमित रूप से जांच की जा रही है और सुरक्षा की दृष्टि से वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
डीसीपी धनिया ने बताया कि कांवड़ यात्रा के मद्देनज़र 632 पुलिसकर्मियों को तीन शिफ्टों में तैनात किया गया है। इसके अलावा 31 पीसीआर वैन, 87 मोटरसाइकिल पेट्रोलिंग टीमें और 25 पिकेट्स हर समय क्षेत्र में निगरानी बनाए रखेंगी। स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए दो बाहरी बल कंपनियों को भी तैनात किया गया है।
धार्मिक भावना का सम्मान करते हुए पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अत्यधिक शोर वाले लाउडस्पीकर प्रतिबंधित रहेंगे। पुलिस ने कांवड़ियों और आयोजकों से अनुरोध किया है कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल दें।