Operation Sindhu: ईरान में फंसे भारतीय छात्रों की वापसी जारी, आज रात एक और निकासी उड़ान दिल्ली पहुंचेगी
ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को स्वदेश वापस लाने का सिलसिला लगातार जारी है। ऑपरेशन सिंधु के तहत भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे निकासी अभियान की अगली कड़ी में एक और विशेष उड़ान आज रात लगभग 11:30 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरने की उम्मीद है। इस उड़ान में भी बड़ी संख्या में भारतीय छात्र सवार होंगे, जो ईरान में इस्राइल-ईरान संघर्ष के कारण उत्पन्न संकट के बीच फंसे हुए थे।
इससे पहले शनिवार को ईरानी एयरलाइन ‘महान एयर’ की एक विशेष निकासी उड़ान 256 भारतीय छात्रों को लेकर दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी। इन छात्रों में अधिकांश कश्मीर घाटी के थे। जैसे ही ये छात्र एयरपोर्ट पर पहुंचे, उनके परिवारजनों की आंखों से खुशी और राहत के आंसू छलक पड़े। कई दिनों से अपनों के सुरक्षित लौटने की प्रतीक्षा कर रहे परिजनों के चेहरों पर स्पष्ट सुकून नजर आया।
यह निकासी अभियान उस समय और अधिक महत्वपूर्ण हो गया है जब पश्चिम एशिया में इस्राइल और ईरान के बीच सैन्य तनाव तेजी से बढ़ता जा रहा है। स्थिति के गंभीर होते ही भारत सरकार ने फुर्ती दिखाते हुए ईरान में रह रहे अपने नागरिकों, खासकर छात्रों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था की।
जम्मू और कश्मीर छात्र संघ ने इस सराहनीय प्रयास के लिए भारत सरकार और ईरानी अधिकारियों का आभार जताया है। संगठन ने अपने बयान में कहा, “भारत सरकार के प्रयास, ईरानी प्रशासन के सहयोग और समय पर समन्वय से ही यह संभव हो पाया है। हम शेष भारतीय छात्रों की भी सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
शनिवार को आई उड़ान से पहले शुक्रवार रात भी एक विशेष निकासी विमान 290 छात्रों को लेकर ईरान के मशहद शहर से दिल्ली पहुंचा था। भारतीय अधिकारियों ने ईरान में फंसे छात्रों को पहले तेहरान से मशहद तक लाने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ गहन समन्वय किया। इन कोशिशों में ईरान ने भी भारत के प्रति सद्भावना दिखाते हुए अपना हवाई क्षेत्र खोल दिया, जिससे उड़ानों का संचालन आसान हो गया।
अब तक लगभग 1,000 भारतीय नागरिकों को ईरान से विशेष उड़ानों के जरिए वापस लाया जा चुका है। सरकार ने निकासी को और तेज करने के लिए तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात समेत अन्य स्थानों से भी अतिरिक्त उड़ानों की योजना बनाई है। अश्गाबात से आने वाली अगली उड़ान रविवार सुबह लगभग 3 बजे दिल्ली पहुंचने की संभावना है।
इन सभी प्रयासों से स्पष्ट है कि भारत सरकार संकट की घड़ी में अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानती है। ऑपरेशन सिंधु जैसे अभियान न केवल विदेशों में बसे भारतीयों को सुरक्षा का भरोसा देते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि भारत अब वैश्विक संकटों में भी सक्रिय और जिम्मेदार भूमिका निभा रहा है।