Sambhal: संभल में अश्लील वीडियो और अभद्र भाषा से भरे इंस्टाग्राम कंटेंट पर पुलिस की कार्रवाई, चार गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने वाले चार युवाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर अश्लील और आपत्तिजनक कंटेंट अपलोड कर रहे थे। इनका उद्देश्य था सस्ती लोकप्रियता हासिल करना और अधिक से अधिक पैसा कमाना। पकड़े गए आरोपियों में तीन युवतियां और एक युवक शामिल हैं, जिन्होंने जानबूझकर गाली-गलौज और अश्लील इशारों वाले वीडियो बनाकर उन्हें वायरल किया।
पुलिस के अनुसार, मसूरपुर माफी चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक मोहित चौधरी क्षेत्र में गश्त कर रहे थे, जब उन्हें सूचना मिली कि थाना असमोली क्षेत्र के गांव शाहबाजुर में भीड़ एकत्र है। मौके पर पहुंचने पर गांव वालों ने बताया कि दो लड़कियों ने इंस्टाग्राम पर ‘महक परी 123’ नाम से आईडी बना रखी है, जिससे वे अशोभनीय वीडियो पोस्ट कर रही हैं। इन वीडियो में अपशब्द, गाली-गलौज और आपत्तिजनक इशारे शामिल होते हैं, जो बच्चों और महिलाओं पर बुरा असर डाल रहे हैं।
इस सूचना के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 296(बी) बीएनएस और आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल विवेचना शुरू की गई और आरोपियों की तलाश की गई। एसपी संभल कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि जांच में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार युवतियों में मेहरूल निशा उर्फ परी और महक, दोनों पुत्रियाँ सरफराज निवासी गांव शाहबाजुर थाना असमोली, तथा हिना पुत्री कल्लू निवासी मोहल्ला इकबाल नगर जोया थाना डिडौली जिला अमरोहा शामिल हैं। वहीं चौथा आरोपी जर्रार आलम पुत्र हामिद गांव भवालपुर माफी थाना डिडौली जिला अमरोहा से पकड़ा गया है।
पुलिस पूछताछ में सभी आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स बढ़ाने और ऑनलाइन पैसे कमाने के लालच में जानबूझकर आपत्तिजनक भाषा और अश्लील वीडियो पोस्ट करते थे। उन्होंने माना कि यह काम पूरी योजना के तहत किया जाता था, जिससे वीडियो ज्यादा से ज्यादा वायरल हों और सोशल मीडिया पर चर्चा में बने रहें।
पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं, जिनमें वीडियो क्लिप, इंस्टाग्राम लॉगिन और अन्य डिजिटल साक्ष्य मौजूद हैं। अब इन उपकरणों की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी ताकि यह पता चल सके कि उनके संपर्क में और कौन-कौन लोग थे, जो इस तरह के कंटेंट बनाने या शेयर करने में शामिल थे।
एसपी ने कहा कि सोशल मीडिया के इस दुरुपयोग को गंभीरता से लिया गया है। यह न सिर्फ भारतीय संस्कृति और सामाजिक मर्यादा के खिलाफ है, बल्कि किशोर और युवा वर्ग को गलत दिशा में ले जाता है। पुलिस सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल की मदद से ऐसे सभी मामलों पर पैनी निगाह रख रही है। इस तरह के किसी भी अपराध में शामिल पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।