Delhi Crime: जाफराबाद में चाकू मारकर हत्या का सनसनीखेज मामला सुलझा, पिता और दो बेटे गिरफ्तार
नई दिल्ली,उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके में चाकू से गोदकर की गई 23 वर्षीय युवक फरदीन की हत्या के मामले को दिल्ली पुलिस ने 48 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। इस खौफनाक वारदात में शामिल तीनों आरोपियों—एक पिता और उसके दो बेटों—को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया है। यह हत्या आपसी लेनदेन के विवाद में हुई थी, जो देखते ही देखते खूनी झगड़े में बदल गई।
डीसीपी (उत्तर-पूर्व) आशीष मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार रात लगभग 12:10 बजे जाफराबाद थाना पुलिस को सूचना मिली कि एक युवक को चाकू मारा गया है। घायल युवक को उसके पिता तुरंत जेपीसी अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान फरदीन (उम्र 23 वर्ष) के रूप में की गई है।
पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। क्राइम टीम और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य एकत्र किए। मामले की जांच भारतीय दंड संहिता की धारा 103/3(5) बीएनएस के तहत दर्ज की गई।
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि फरदीन अपने दोस्त जावेद के साथ गली नंबर 10 में बारिश से बचने के लिए खड़ा था। उसी दौरान इलाके में रहने वाला आदिल वहां पहुंचा, जिसे फरदीन और जावेद ने दो हजार रुपये लौटाने के लिए कहा। उधारी की यही बात आदिल को नागवार गुज़री और उसने गुस्से में चाकू निकालकर फरदीन पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। उस समय आदिल के साथ उसका भाई कामिल और पिता शकील भी मौजूद थे, जिन्होंने उसे हमले के लिए उकसाया।
जांच के लिए एसएचओ सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया जिसमें एसआई सुखबीर, एएसआई प्रवीन, हेड कांस्टेबल अशोक, जोगिंदर, कांस्टेबल उद्यम और आशीष शामिल थे। पूरी कार्रवाई एसीपी भजनपुरा विवेक त्यागी की निगरानी में अंजाम दी गई।
तीनों आरोपियों की पहचान आदिल (30 वर्ष), कामिल (28 वर्ष) और शकील (58 वर्ष) के रूप में हुई है। ये सभी आरोपी जाफराबाद की गली नंबर 10/5 के रहने वाले हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है और पुलिस ने उनके पास से वारदात में इस्तेमाल चाकू भी बरामद कर लिया है।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि मुख्य आरोपी आदिल पहले से ही तीन आपराधिक मामलों में शामिल रहा है, जबकि उसका भाई कामिल चार मामलों में लिप्त रह चुका है। इसका मतलब है कि आरोपी पहले से ही आपराधिक प्रवृत्ति के रहे हैं और इलाके में उनकी छवि संदिग्ध रही है।
फिलहाल पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस वारदात में और कोई शामिल था या नहीं और क्या यह घटना पहले से नियोजित थी। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि हत्या के पीछे कोई और गहरी साजिश तो नहीं है।
जाफराबाद जैसी घनी आबादी वाले क्षेत्र में हुई यह वारदात न केवल क्षेत्रीय कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे आपसी मामूली विवाद जानलेवा बन जाते हैं। दिल्ली पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते इस हत्याकांड को हल कर लिया गया है, लेकिन यह मामला लोगों को सोचने पर मजबूर करता है कि अपराधी मानसिकता रखने वाले लोग समाज में कितनी बड़ी चुनौती हैं।