Monday, August 4, 2025
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Shangri-La Dialogue 2025: सिंगापुर में बोले CDS अनिल चौहान, पाकिस्तान को दी आतंकवाद पर सख्त चेतावनी, कहा- ‘सीख लो सबक’

Shangri-La Dialogue 2025: सिंगापुर में बोले CDS अनिल चौहान, पाकिस्तान को दी आतंकवाद पर सख्त चेतावनी, कहा- ‘सीख लो सबक’

भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में आयोजित प्रतिष्ठित शांगरी-ला डायलॉग 2025 में आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को खुली और सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने मंच से स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है और “हमने आतंक के खिलाफ एक नई लाइन खींच दी है।”

CDS चौहान ने कहा कि भारत ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए यह संदेश स्पष्ट कर दिया है कि अब कोई भी देश आतंकवाद को समर्थन देकर या उसे बढ़ावा देकर बच नहीं सकता। उन्होंने कहा कि “हमारे इस ऑपरेशन से हमारे विरोधियों को सबक लेना चाहिए। हम अब आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेंगे।”

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल साहिर शमशाद मिर्जा भी शांगरी-ला डायलॉग में मौजूद थे। जनरल मिर्जा ने एक सत्र के दौरान जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाने की कोशिश की, जिस पर जनरल चौहान ने बिना किसी नाम लिए दो टूक प्रतिक्रिया दी और पाकिस्तान को अप्रत्यक्ष रूप से निशाने पर लेते हुए यह बता दिया कि भारत अपनी सुरक्षा के प्रति पूरी तरह सजग और तैयार है।

जनरल चौहान ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जैसे मिशन भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति और सैन्य रणनीति का उदाहरण हैं। भारत अब न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा करने को तैयार है, बल्कि आतंक के केंद्रों को भी उसी की भाषा में जवाब देने का माद्दा रखता है।

शांगरी-ला डायलॉग एशिया का एक प्रमुख रक्षा सम्मेलन है, जिसमें दुनिया भर के सुरक्षा विशेषज्ञ, सैन्य प्रमुख और राजनीतिक नेता हिस्सा लेते हैं। इस मंच पर भारत की स्पष्ट और सख्त भाषा से यह साफ संकेत गया है कि अब नई दिल्ली आतंकवाद के किसी भी रूप को अनदेखा नहीं करेगी।

CDS अनिल चौहान का यह बयान ऐसे समय आया है जब दक्षिण एशिया में सुरक्षा स्थितियां लगातार चुनौतीपूर्ण बनी हुई हैं। भारत स्पष्ट कर चुका है कि अगर सीमा पार से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दिया गया, तो भारत जवाब देने में हिचकिचाएगा नहीं।

भारत की इस नीति को वैश्विक स्तर पर समर्थन भी मिल रहा है, और शांगरी-ला जैसे मंच से भारत की आवाज़ को गंभीरता से सुना जा रहा है।

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