Delhi: सभी धर्मों की एकता का प्रतीक बना खिचड़ीपुर शिव कांवड़ पंडाल, विधायक रवि नेगी और विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों ने किया उद्घाटन
पूर्वी दिल्ली के खिचड़ीपुर स्थित एनएच-24 रोड पर 18 जुलाई 2025 को शिव कांवड़ पंडाल का भव्य उद्घाटन हुआ। यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र बना, बल्कि विभिन्न समुदायों के बीच सौहार्द और भाईचारे की मिसाल भी पेश कर गया। पंडाल के उद्घाटन समारोह में पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक रवि नेगी ने शिरकत की। उनके साथ मयूर विहार जिला अध्यक्ष विजेंद्र धामा, निगम पार्षद विजय कुमार, पंडाल अध्यक्ष सूरजमल वर्मा समेत अनेक गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।
इस विशेष अवसर पर सभी धर्मों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था, जो इस आयोजन को एक धर्मनिरपेक्ष और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बना गया। मुस्लिम समाज की ओर से समाजसेवक और हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई एकता अमन कमेटी के अध्यक्ष डॉ. परवेज मियां, कोषाध्यक्ष रियाजुद्दीन सैफी, इम्तियाज अली, नफीस खान, बिलाल अंसारी, श्रीमती मतीलज्जा कौर, पिंकी त्यागी और रजत सेठ जैसे समाजसेवियों ने अपनी उपस्थिति से आयोजन को गरिमा प्रदान की।
सुरक्षा और व्यवस्था की जिम्मेदारी सभी थाना क्षेत्रों के पुलिस मित्रों और वालंटियरों ने संभाली। पंडाल में आए कांवड़ियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया और उन्हें हरसंभव सुविधा देने का प्रयास किया गया। शिवभक्तों की सेवा में निस्वार्थ भाव से लगे वालंटियरों ने यह सुनिश्चित किया कि कांवड़ यात्रा शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से संपन्न हो।
पंडाल के जनरल सेक्रेटरी खंजाची लाल ने मुस्लिम समुदाय के सदस्यों का विशेष रूप से स्वागत करते हुए कहा कि इस पंडाल में हर धर्म, हर जाति, हर वर्ग के लोग खुले दिल से आमंत्रित हैं। उन्होंने कहा कि शिवभक्त कभी भी मानवता को ठेस नहीं पहुंचाते और ऐसे आयोजनों से देशभर में आपसी भाईचारे का संदेश जाता है।
विशेष बात यह रही कि आयोजन के दौरान सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने एक साथ लंगर (भोजन) ग्रहण किया और एकता व अमन की कामना की। इस दौरान आपसी संवाद और समझदारी के कई भावुक क्षण सामने आए, जिसने यह स्पष्ट कर दिया कि दिल्ली में गंगा-जमुनी तहजीब आज भी जीवित है।
डॉ. परवेज मियां ने कहा कि सड़कों और पंडालों के आसपास वालंटियर लगातार सेवाएं देते रहेंगे। वहीं, रियाजुद्दीन सैफी ने प्रशासन और पुलिस के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि वे सभी कांवड़ियों के लिए सर्वोत्तम व्यवस्था सुनिश्चित करने में जुटे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा कर्तव्य है कि हम इस प्रकार के आयोजनों को सफल बनाएं और समाज में एकता व शांति को बढ़ावा दें।