Uttarakhand Truck Accident: उत्तराखंड के टिहरी में श्रद्धालुओं से भरे ट्रक का हादसा, तीन की मौत, 18 घायल
उत्तराखंड के टिहरी जिले में बुधवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में कांवड़ सेवा के लिए जा रहे श्रद्धालु दुर्घटनाग्रस्त हो गए। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से गंगोत्री की ओर भंडारा लगाने जा रहे एक ट्रक के पलटने से अब तक तीन श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जबकि 18 लोग घायल हुए हैं। यह हादसा नरेंद्रनगर क्षेत्र के फकोट के पास हुआ।
घटना में मृत और घायल हुए सभी श्रद्धालु बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद के रहने वाले हैं। वे सैनियों की बड़ी चौपाल मोहल्ला कास्तवाड़ा और आसपास के इलाकों से हैं। यह समूह हर साल की तरह इस बार भी हर्षिल, उत्तरकाशी की ओर गंगोत्री मार्ग पर कांवड़ियों के लिए भंडारा आयोजित करने निकला था। भंडारे के सामान और स्वयंसेवकों से भरे ट्रक ने जैसे ही टिहरी के फकोट क्षेत्र में प्रवेश किया, सड़क की ढलान पर नियंत्रण खोने के कारण वाहन पलट गया।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ और ग्रामीणों ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। हादसे के दौरान एक चार साल का बच्चा ट्रक के सामने वाले हिस्से में बुरी तरह फंसा हुआ था, जिसे पुलिस ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल फकोट और एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया, जहां चार की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस के अनुसार, हादसे में जान गंवाने वालों में दो पुरुष और एक महिला शामिल हैं। घायलों में अधिकतर वे लोग हैं जो ट्रक के खुले हिस्से में बैठे थे और पलटने के समय चोटिल हो गए। प्राथमिक जांच में ट्रक के ब्रेक फेल होने या ओवरलोडिंग की आशंका जताई जा रही है। प्रभारी निरीक्षक नरेंद्रनगर संजय मिश्रा ने बताया कि घटना की विस्तृत जांच की जा रही है और वाहन चालक की भूमिका भी जांच के घेरे में है।
इस हादसे ने बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है। मृतकों के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है और प्रशासन की ओर से उत्तराखंड में रह रहे घायलों के इलाज के सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं।
हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगोत्री क्षेत्र में कांवड़ सेवा के लिए उत्तराखंड का रुख करते हैं, लेकिन इस बार का यह हादसा इस सेवा को करने वालों के लिए एक गहरे सदमे में बदल गया। स्थानीय लोगों और प्रशासन ने मिलकर यह राहत दी कि अधिकतर घायलों को समय रहते अस्पताल पहुंचा दिया गया, जिससे बड़ी संख्या में जानें बचाई जा सकीं।