Delhi Crime: शाहदरा AATS की बड़ी कामयाबी, दो शातिर कार चोर गिरफ्तार, दिल्लीभर से चार लग्जरी गाड़ियाँ बरामद
शाहदरा ज़िले की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड (AATS) ने कार चोरी के बढ़ते मामलों पर सटीक कार्रवाई करते हुए दो शातिर ऑटो लिफ्टरों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार लग्जरी कारें बरामद की हैं, जो दिल्ली के विभिन्न इलाकों से चोरी की गई थीं। हाल के दिनों में शाहदरा ज़िले में चारपहिया वाहनों की चोरी के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही थी। इस पर अंकुश लगाने के लिए डीसीपी शाहदरा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें तकनीकी जांच और गुप्त सूचना के आधार पर लगातार निगरानी रखी जा रही थी।
28 अक्टूबर को टीम को विशेष सूचना मिली कि दो कार चोर चोरी की गई शेवरले बीट (DL-9CT-4642) से आनंद विहार बस अड्डे से सीमापुरी रोड की ओर किसी वारदात को अंजाम देने जा रहे हैं। टीम ने चौधरी चरण सिंह मार्ग, मेट्रो पिलर नंबर 22 के नीचे जाल बिछाया और दोनों आरोपियों — आसिफ उर्फ असीफ (22 वर्ष, निवासी ग़ाज़ीपुर) और फ़ैसल (निवासी दयालपुर, दिल्ली) — को रंगे हाथों पकड़ लिया। जब्त की गई शेवरले बीट की जांच में पता चला कि यह केशवपुरम थाना क्षेत्र से चोरी हुई थी। पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि वे लंबे समय से कार चोरी के धंधे में सक्रिय हैं और दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों से वाहन चुराते हैं।
उनकी निशानदेही पर तीन और कारें बरामद की गईं — मारुति स्विफ्ट डिज़ायर (HR98T8463) थाना समायपुर बदली से, मारुति ईको (DL3CCL7466) थाना साकेत से, और होंडा सिटी (HR29AT0925) थाना विवेक विहार से। इस तरह कुल चार गाड़ियाँ बरामद की गईं। आरोपी आसिफ ने पुलिस को बताया कि पिता की मृत्यु के बाद आर्थिक तंगी के कारण उसने चोरी का रास्ता अपनाया। वह पहले ऑटो चलाता था लेकिन कमाई कम होने पर अपराध की राह पर चला गया। वहीं, फ़ैसल ने बताया कि उसने 12-13 साल पहले गाँव में मोटरसाइकिल चोरी से अपराध की शुरुआत की थी और कई बार जेल जा चुका है। दिल्ली आने के बाद वह पुराने अपराधियों के संपर्क में आ गया और अब कार चोरी करने लगा।
पुलिस जांच में सामने आया कि फ़ैसल 16 से अधिक वाहन चोरी के मामलों में शामिल है, जबकि आसिफ 7 से अधिक मामलों में लिप्त रहा है। शाहदरा एएटीएस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी जांच से दिल्ली में सक्रिय वाहन चोरी का यह बड़ा गिरोह बेनकाब हुआ है। पुलिस अब उनके अन्य साथियों और चोरी की गई गाड़ियों के खरीदारों (रिसीवरों) की तलाश में जुटी है ताकि पूरे नेटवर्क को खत्म किया जा सके।



