Ghaziabad Death Mystery: गाजियाबाद की सोसाइटी में रहस्यमय मौत — 31वीं मंजिल से गिरा सत्यम त्रिपाठी, परिजन 24वीं मंजिल पर मिले मोबाइल-चप्पल से शक में
गाजियाबाद की साया गोल्ड सोसाइटी में रविवार शाम एक युवा की मौत ने इलाके को सहमित कर दिया। छत्तीसगढ़ निवासी सत्यम त्रिपाठी उस समय फ्लैट देखने आए थे जब अचानक वे 31वीं मंजिल से गिर कर घायल हो गए; उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्राथमिकी अनुसार घटना के समय सत्यम साथ में अपने दोस्त कार्तिक सिंह और एक स्थानीय ब्रोकर भी मौजूद थे। परिजनों ने घटना को सहज हादसा मानने से इनकार करते हुए 24वीं मंजिल पर सत्यम का मोबाइल और चप्पल मिलने का हवाला देकर सन्देह जताया है।
पुलिस ने घटना की जानकारी मिलते ही सोसाइटी के सीसीटीवी फुटेज, मोबाईल रिकॉर्ड और मौके से मिलने वाले अन्य साक्ष्यों को तुरन्त कब्जे में लिया। इंस्पेक्टर वेद प्रकाश के नेतृत्व में ज्योति नगर/इंदिरापुरम थाना टीम ने प्रारम्भिक तौर पर现场 की कायाकल्पीन जाँच शुरू कर दी है। सहायक पुलिस आयुक्त इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि शव का पीएम कराया जा चुका है और पुलिस प्रत्येक पहलू की गहनता से छानबीन कर रही है। उनकी टीम सीसीटीवी फुटेज, मोबाईल लोकेशन, फोन कॉल ट्रेसेज और मौके पर मौजूद लोगों के बयानों की तह तक जाँच कर रही है।
परिजनों का रोष और संदेह तेज है—परिवार ने बताया कि सत्यम घर का इकलौता बेटा था और किसी भी प्रकार के मानसिक तनाव या आत्महत्या के संकेत नहीं थे, इसलिए वे यह घटना हादसा मानने से इनकार करते हैं। उन्होंने कार्तिक सिंह और जिस ब्रोकर के साथ वे फ्लैट देखने गए थे उस पर हत्या का शक जताया है और कड़ाई से सीबीआई या उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। परिजनों ने कहा कि 24वीं मंजिल पर मिलने वाला मोबाइल व चप्पल और 31वीं मंजिल पर पाए गए घटनाक्रम में तार्किक असंगतियाँ हैं, जिनके स्पष्टीकरण की आवश्यकता है।
पुलिस ने कहा है कि फिलहाल हत्या का कोई ठोस प्रमाण सामने नहीं आया है पर परिवार की शंका को गंभीरता से लिया जा रहा है और सभी संभावित कोणों पर जांच जारी है। टीम ने सोसाइटी के कई कैमरों के फुटेज को सुराग के तौर पर सुरक्षित रख लिया है और पड़ोसी फ्लैटों के निवासियों व सुरक्षा गार्डों से पूछताछ शुरू कर दी है। साथ ही मोबाईल की फोरेंसिक जांच के लिए भी डिवाइस भेजे जा रहे हैं ताकि कॉल-लॉग, मैसेज और लोकेशन ट्रेसिंग से घटना का सही क्रम पता लगाया जा सके।
मौके पर मौजूद सुरक्षा गार्डों और फ्लैट देखने आए अन्य लोगों के बयानों को सामरिक रूप से मिलाकर पुलिस घटना के समय वहां चल रही गतिविधियों का पुनर्निर्माण कर रही है। अगर सीसीटीवी और मोबाईल फोरेंसिक से कोई टकराव या अटपटा समय-रेखांकन मिलता है तो उसे ध्यान में रखते हुए आरोपियों के कृत्यों की विस्तृत जांच होगी। पुलिस ने बताया कि जिन लोगों पर परिवार ने शक जताया है, उनसे पूछताछ की जा रही है और आवश्यकतानुसार कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
स्थानीय निवासी और सोसाइटी समितियों का कहना है कि ऐसी घटनाएँ इलाके की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं; कुछ निवासियों ने सोसाइटी के सुरक्षा मानकों की समीक्षा और अतिशीघ्र चौकसी बढ़ाने की मांग की है। अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया है कि इलाके की CCTV कवरेज और गार्डिंग को और मजबूत किया जाएगा ताकि इसी तरह की संदिग्ध घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
जाँच के अगले चरण में पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट, सीसीटीवी टाइमलाइन, मोबाइल फोरेंसिक रिपोर्ट और संदिग्धों के कथनों को परस्पर मिलाकर ही यह निष्कर्ष निकालेगी कि यह आकस्मिक हादसा था, आत्महत्या का मामला है या किसी साजिश—हत्या के इरादे से वारदात की गयी थी। परिजनों ने न्याय की माँग कठोरता से की है और पुलिस ने कहा है कि निष्पक्ष तथा पारदर्शी जाँच कर दोषियों को कानून के अनुसार सजा दिलायी जाएगी।



